लोहगांवकर जी का परिवार श्रीक्षेत्र त्र्यबंकेश्वर में गत ३०० सालो से वास्तव्य करता आया है । यहा पर किये जानेवाले हर प्रकार की पुजा विधी एवंम् यात्रियोंको उचित मार्गदर्शन करते है।
श्री. संजय गौरीशंकर लोहगांवकर गत 20 सालोंसे सभी प्रकार की पुजा एवंम् ज्योतिष मार्गदर्शन करते आ रहे है। सितंबर 2001 मे आयोजित आंतरराष्ट्रीय कॉन्फरन्स आँल इंडियन ऍन्सिएन्ट सायन्सेस महात्मा गांधी इंस्टीटयूट मौका मे ज्योतिष, वास्तु, तंत्र, मंत्र इन विषयों में सहभाग देने पर सुवर्णपदक से सन्मानित किया गया है। आंतरराष्ट्रीय एस्ट्रालॉजिकल वास्तु रिसर्च कॉन्फरन्स मुंबई 2006 में ज्योतिष श्री - 2006 एवंम् सुवर्णपदक प्राप्त हुआ है। और आँल इंडिया फलौदी एस्ट्रोलॉजिकल रिसर्च सोसाइटी विश्व ज्योतिष, तंत्र वास्तु एवं कर्मकांड महाकुंभ वर्ष - 2001 में सम्मानित किया गया है | कई ज्योतिष परिषद एवंम् संमेलनोंमे लोहगांवकरजीने अनेक पुरस्कार प्राप्त किये है। उन्होने 2003 /2004 में त्र्यंबकेश्वर एवंम् उज्जैन में ज्योतिष महाकुंड का सफल आयोजन किया है।
संपूर्ण भारत वर्ष एवं विश्व में से भाविक श्रद्धालु कर्मकांड यात्राविधी कराने के लिये हमारे यहाँ आते है। अनेक को ने यहा आकर पुजा विधी करके संतुष्ट मन से प्रस्थान किये है। वर्तमान स्थिती में अनेक प्रशासकिय अधिकारी, राजनैतिक नेतागण तथा उद्योगपति, फिल्मस्टार, देश विदेश से कई भक्तगण यहाँ आकर पूजा पाठ करके सभी दोषोंसे मुक्ति पाकर संतुष्टी एवं जीवन मे सफलता प्राप्त करते है।